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Chapter 1 सूरदास (पद)

Class 10th हिन्दी क्षितिज भाग -2


कक्षा 10 की एनसीईआरटी पुस्तक "क्षितिज भाग 2" सूरदास (पद)

"सूरदास के पद" एनसीईआरटी की कक्षा 10 की हिंदी पाठ्यपुस्तक "क्षितिज भाग 2" में शामिल एक महत्वपूर्ण कविता है। इस अध्याय में भक्ति काल के महान कवि सूरदास जी की रचनाओं का संग्रह प्रस्तुत किया गया है। सूरदास जी भगवान श्रीकृष्ण के अनन्य भक्त थे, और उनकी रचनाओं में कृष्ण भक्ति, वात्सल्य भाव, और कृष्ण की बाल लीलाओं का सजीव चित्रण मिलता है।

सूरदास के पद:

सूरदास के पद विशेष रूप से वात्सल्य रस से ओतप्रोत हैं, जहाँ भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन किया गया है। सूरदास जी की काव्य भाषा में सरलता, सहजता, और संगीतात्मकता होती है, जो पाठकों के मन को भाव विभोर कर देती है। इन पदों में कृष्ण की बाल लीलाओं के साथ-साथ यशोदा माता और गोपियों के वात्सल्य भाव का भी वर्णन मिलता है।

महत्त्व:

इस पाठ के माध्यम से छात्रों को न केवल भक्ति काल के साहित्य का ज्ञान होता है, बल्कि भारतीय संस्कृति और धर्म के प्रति आस्था का भी अनुभव होता है। सूरदास जी के पद हिंदी साहित्य के अमूल्य धरोहर हैं, जो भाषा, भाव, और संगीत की त्रिवेणी में बहते हुए अध्यात्मिक आनंद प्रदान करते हैं।